Saturday, 18 January 2014

मुख मैथुन से महिलायें होती हैं ज्‍यादा उत्‍तेजित, कैसे करें मुख मैथुन

मुख मैथुन के बारे में बहुत लोगों के जेहन में ढेर सारे सवाल होते हैं। मसलन क्‍या ऐसा करना सही होगा या फिर ऐसा करने से आपके स्‍वास्‍थ पर कोई बुरा असर तो नहीं पड़ेगा। लेकिन आपको बता दें काम शाष्‍त्र में भी मुख मैथुन का विधिवत वर्णन। शाष्‍त्र के अनुसार सेक्‍स के दौरान ऐसी स्थिती जिससे आपको ज्‍यादा उत्‍तेजना और बेहतरीन संतुष्‍टी प्राप्‍त हो उससे बेहतर तरीका और कोई नहीं हो सकता है।



जहां, तक महिलाओं की बात है तो, महिलाओं को मुख मैथुन बहुत ही पसंद होता है। ऐसा कई बार होता है कि महिलायें अपने साथी से खुलकर इस बारे में बता नहीं पाती है। लेकिन ऐसा कत्‍तई नहीं है कि वो इसे पसंद नहीं करती है। जी हां, अपने साथ के मनोभावों को जानना सबसे पहला काम होता है। यदि आपका साथी मुख मैथुन की इच्‍छा रखता है तो आप ऐसा करने में देर न करें और पूरे प्‍लेजर के साथ सेक्‍स लाईफ का आनंद उठायें।

जब आप अपने महिला साथी के योनि को अपनी जीभ और होठों से सहलाकर उत्तेजित करते हैं तो उसे मुख मैथुन करना कहते हैं। ऐसा करने से महिला बहुत ज्‍यादा यौन उत्तेजना महसूस करती है और वे चरम आनंद (आर्गैज़्म) महसूस कर सकती हैं। आज हम आपको अपने इस लेख में मुख मैथुन करने के तरीकों के बारें में बतायेंगे। सेक्‍स लाईफ को इंज्‍वॉय करना एक स्‍वस्‍थ जीवन का मुख्‍य बिंदू होता है।

मुख मैथुन के लिए के टिप्‍स, कैसे करें महिला साथी के साथ मुख मैथुन:
01- मुख मैथुन के लिए बेहतर पोजीशन का होना बेहद जरूरी होता है। आपकी महिला साथी सीधे पीठ के बल लेटी हो और उसके पैर फैले व खुले हों। आप उनके पैरों के बीच लेट जायें ताकि आप उनके गुप्तांग के किसी भी हिस्से को आसानी से चूम, चाट और चूस सकें। यहां एक परेशानी गर्दन दर्द की हो सकती है, इसके लिए उसके नितंब के नीचे तकिया रख दें। इससे उसकी योनि ऊपर उठ जाएगी और एक बेहतर पोजीशन में आ जाएगी। यह पोजीशन भगशिश्न को चूमने और चाटने के लिये बेहतर होती है।


02- ठीक प्रकार से पोजिशन बनाने के बाद आप अपने साथी के अन्‍त: वस्‍त्र (पैंटी) को अपने दांतों में फंसा कर धीमें-धीमें नीचे की तरफ लेकर जायें। इस दौरान आपके उपर वाले होंठ उनके गुप्‍तांग पर रगड़ खाते हुए नीचें जायेंगे। इस समय आप एक बार उनकी आखों में देखना ना भूलें। पैंटी निकालने के बाद आप आसानी से बैठकर अपने जीभ को गुप्‍तांग के उपर सहलायें, और अपने उंगलियों के सहारे से गुप्‍तांग पर दबाव बनाये। यह बेहद ही शानदार पोजिशन होती है।

03- इस पोजीशन के दौरान यहां एक परिवर्तन किया जा सकता है। आपकी साथी उसी तरीके से लेटी रहे, लेकिन आप घूम जाएं और आपका चेहरा पैरों की ओर हो जाए, अर्थात आप उनके उपर उसकी उल्टी दिशा में लेट जाए। इस अवस्था में आपका गुप्तांग उनके के चेहरे के उपर होंगा और वह आसानी से आपके लिंग को चूम और चूस सकती है। इससे दोनों मुख मैथुन का आनंद ले सकते हैं।

04- यदि आपकी साथी नहीं चाहती तो आप थोड़ा सा अपने शरीर को घुमा सकतें है। जिससे आपका गुप्तांग महिला के चेहरे से दूर हो जाएंगा। इसके आद आप अपने शरीर को कोहनी का सहारा देकर अपने पार्टनर के भग और भग शिश्न को आसानी से चूम चुमना शुरू करें। लेकिन यहां यह सावधानी बरतनी पड़ेगी कि साथी के शरीर पर ज्यादा भार न पड़े। इस पोजीशन में आप अपने पार्टनर की जांघों तक पहुंच सकतें हैं। इस दौरान वह जांघों को फैला कर बाह्य भगोष्ठ को खोल सकता है।

05- एक पोजीशन के रूप मे इसे भी आजमाया जा सकता है जब महिला अपने नितंब के बल बेड के एक किनारे लेटी हो, उसके पांव फर्श पर फैले हों। इस वक्त पुरुष उसकी जाघों के बीच अपने घुटनों के बल बैठ कर उसके गुप्तांगों का चुंबन आदि ले सकता है। इस दौरान जब महिला उत्तेजित हो जाए तो वह अपनी जांघों को खींच कर टांगे फैलाकर अपने तलवे पार्टनर के कंधे, पीठ पर रख सकती है। इस दौरान उसका भग क्षेत्र और खुल जाता है। यह पोजीशन उन महिलाओं के लिये सबसे बेहतर होती है जो यह चाहती हैं कि उनका पार्टनर उसकी योनि के अन्दर अपनी जीभ को प्रवेश कराए। यह पोजीशन महिला को टेबल पर लिटा कर भी की जा सकती है। इस पोजीशन में पुरुष ज्यादा आराम दायक स्थिति में रहता है क्योंकि इस दौरान उसे बहुत कम झुकना पड़ता है।

06- आप मुख मैथुन के लिये महिला को उपर करके भी प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिये पुरुष अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाए और महिला घुटनों के बल उसके सीने के ऊपर आ जाए और अपने गुप्तांगों को पुरुष के चेहरे के पास ले जाकर अवसर दे। इसमें महिलाओं को फायदा यह होता है कि वह मुख मैथुन की प्रक्रिया को अपने नियंत्रण में रख सकती है साथ ही इस दौरान वह उसके लिंग के साथ भी खेल सकती है।

07- इसी प्रक्रिया को आगे और बढ़ाया जा सकता है। इसमें महिला टांगे फैलाकर खड़ी हो जाए और पुरुष घुटनों के बल बैठकर उसके भग क्षेत्र पर अपने होंठों से दबाव डाल सकता है। कल्पनाशील युगल के लिये एक और बेहतर पोजीशन है। इसमें पुरुष अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाए और पैर मोड़कर घुटने ऊपर उठा ले। अब महिला घुटनों के बल पुरुष के चेहरे के ऊपर आ जाए। इस दौरान पैर काफी फैले हुए हों, उसका भग क्षेत्र पुरुष के मुंह के ठीक उपर हो। इस दौरान महिला की पीठ पुरुष के चेहरे की ओर हो। अब महिला घुटनों के बल सीधे लेट जाए। ऐसे में महिला का सिर पुरुष के घुटनों पर टिक जाएगा। इस अवस्था में महिला का भगक्षेत्र पूरी तरह से चौड़ाई में खुल जाता है. अब पुरुष चाहे तो वह अपनी जीभ महिला की योनि में प्रवेश करा सकता है

सेक्‍स करने से पूर्व महिलाएं करें ये 10 तैयारी

अंडरआर्मस को करें साफ : सेक्‍स करने से पूर्व आपको अपने साथी के लिए पूरी तरह से तैयार होना बेहद जरूरी है, इसके लिए सबसे पहले आप अपने शरीर को बालों से मुक्‍त जरुर करें। क्‍योंकि पुरूषों को यह सबसे ज्‍यादा आ‍कर्षित करती हैं। इसके लिए आप सबसे पहले अपने अंडरआर्म को साफ करना ना भूलें।





वैक्‍स का भी करें प्रयोग : जैसा कि हमने आपको पूर्व में बताया कि पुरूषों को बालों से रहित महिलायें ज्‍यादा पसंद आती हैं। तो यदि आपके पैरो-हाथों पर ज्‍यादा बाल हों तो उन्‍हें वैक्‍स करना ना भूलें। यह काम आप खुद अपने घर या फिर पार्लर में भी करा सकती हैं।






चेहरे की सफाई : दिन भर की भाग दौड़ के बाद चेहरे का डल हो जाना आम बात है। इसके लिए सेक्‍स करने से पूर्व यदि आपको अपने साथी को ज्‍यादा सहयोग करना है तो अपने चेहरे को ठीक प्रकार से साफ करना ना भूलें। आप घर में ही फेस पैक आदि का प्रयोग कर इसके लिए तैयार हो सकती है।





शरीर को भी करें साफ : सेक्‍स दो शरीरों के मिलन से ही पूरा होता है, और यदि आप चाहतीं हैं कि आपका साथी बेड पर पूरी तरह संतुष्‍ट हो तो आपके शरीर का साफ होना बेहद आवश्‍यक है। नहाने से पूर्व एक बार अपने शरीर पर देख लेवें कि कहीं कोई गंदगी आदि तो नहीं। इसके लिए त्‍वचा को कोमल बनाने के लिए क्रिम आदि का प्रयोग करें। याद रखें कि कोमल त्‍वचा सेक्‍स को और भी शानदार बना देती है।



बालों को ठीक से साफ करना : आपको बता दें कि सेक्‍स के दौरान पुरूष सबसे ज्‍यादा साथी के बालों से ही खेलता है, और किसी भी महिला की सबसे बड़ी खुबसूरती उसके लंबे और मुलायम बालो में ही छिपी होती है। नहाते वक्‍त अपने बालों में ठीक प्रकार से शैम्‍पू करें।





अन्‍डर गार्मेंट्स का चयन : अंडर गार्मेंट्स का चयन भी इस तैयारी का एक महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा है। आप ऐसे अंडर गार्मेंट्स को चुने जो कि आपके साथी को पसंद हो। मसलन उनका आकार, और रंग आदि






शुरूआती दौर में : जब आपका साथी शुरूआती दौर में हो तो उस दौरान भी कुछ तैयारी करनी जरुरी होती है। इस दौरान आप अपने साथी के अगले स्‍टेप्‍स के लिए पूरी तरह तैयार रहें और उनका पूरा सहयोग करें।






पूरा सहयोग : इस दौरान आप अपने साथी का पूरा सहयोग करें। कोशिश करें उन्‍हें वो सब करने जो वो करना चाहतें हैं। 

पेनिस के बारे में इन तथ्‍यों से आप हैं अंजान

हाथ को कोहनी से उलटा खींचने से टूट सकता है, पैर मुड़ जाने से मोच आ सकती है, ऊंचा तकिया लगा लेने से गर्दन में लचक आ सकती है, ये सभी बातें आप जानते हैं इसलिये आप संभालकर काम करते हैं। लेकिन क्‍या आपने ऐसी कोई भी आशंका अपने लिंग के लिये व्‍यक्‍त की है? या फिर आपके मन में आयी है? शायद नहीं,क्‍योंकि हम सोचते हैं कि हमारा लिंग बहुत मजबूत और सुरक्षित है।

लिंग की बात आती है तो ज्‍यादा से ज्‍यादा लोग सिर्फ साफ-सफाई पर ध्‍यान देते हैं। नहाते वक्‍त लिंग को अच्‍छी तरह साफ करना बचपन से सिखाया जाता है, लेकि बाकी की बातें ध्‍यान में नहीं रहतीं। हम आपको लिंग के बारे में वो पांच बातें बताने जा रहे हैं, जिनसे हो सकता है आप अनजान हों। इन पांच बातों का ध्‍यान आप कभी रखें न रखें, लेकिन संभोग के वक्‍त जरूर रखें, नहीं तो आप आगे चलकर मुसीबत में पड़ सकते हैं।

और हां शरीर के तमाम अंगों के बारे में हम बहुत कुछ जानते हैं, लेकिन लिंग के बारे में कई बातें हैं जो शायद कम ही लोग जानते हैं। हालांकि इसके पीछे कारण झिझक है। आम तौर पर लोग झिझक में ये सब बातें नहीं बताते।

लिंग से जुड़े पांच अहम तथ्‍य-

ठंडा पानी लिंग का दुश्‍मन : नहाते वक्‍त या कभी भी जरूरत से ज्‍यादा ठंडा पानी सीधे लिंग पन मत डालें, इससे आपके लिंग के नीचे का भाग अचानक ठंडा पड़ सकता है और ऐसा होने पर वीर्य बनना बंद हो जाता है, इससे आप नपुंसकता के शिकार हो सकते हैं।

लिंग का खुद का दिमाग : यह बात शायद ही किसी को पता होगी। हमारे दिमाग का एक भाग एकदम अलग है, जो सीधे हमारे लिंग से जुड़ा हुआ है। लिंग हमारे नर्वस‍ सिस्‍टम के माध्‍यम से यहीं से कंट्रोल होता है। यानी जब व्‍यक्ति उत्‍तेजक होता है, तो दिमाग का वही भाग उसे नियंत्रित करता है।

लिंग में कड़ापन नहीं आना यानी बीमार हैं आप : आम तौर पर लिंग में कड़ापन तब नहीं आता है, जब आपका संभोग या आलिंगन का मूड नहीं होता है, लेकिन अगर ऐसा रोज-रोज हो, तो यह गंभीर बात है। इसे इरेक्‍टाइल डाइसफंशन कहते हैं। ऐसा होना बीमारी के संकेत भी देता है। यदि आप हृदय रोगी हैं, हाईपरटेंशन के शिकार हैं, मधुमेह, आदि की शुरुआत है, तब भी आपके लिंग में कड़ापन आना बंद हो जाता है।

मुड़ा हुआ लिंग आम बात नहीं : यदि आपका लिंग केले की तरह मुड़ा हुआ है, तो इसे हलके में मत लें। यह बीमारी के संकेत हैं। इससे आपको संभोग करने में परेशानी होती है। इस बीमारी का नाम पेयरोनी होता है।

योनी में जलन तो करें यह उपाय

सेक्‍स दातपत्‍य जीवन का एक अहम हिस्‍सा होता है। बेहतर सेक्‍स लाईफ के लिए आप बेशक कई कोशिशें करती होंगी लेकिन फिर भी कुछ परेशानियां ऐसी होतीं हैं जो कि सेक्‍स लाईफ को बुरी तरह प्रभावित करतीं हैं। उसी तरह की समस्‍याओं में से एक है महिलाओं की योनी में जलन होना। योनी में जलन होने के बहुत सारे कारण हो सकतें हैं और इस समयस्‍या के चलते ठीक-ठाक स्‍वस्‍थ महिला भी सेक्‍स लाईफ का पूरी तरह आनंद नहीं उठा पाती है।

साथ ही पार्टनर को भी इस परेशानी में शामिल होना पड़ता हैं। योनी में जलन होने का एक मुख्‍य कारण योनी का शुष्कता (सूखापन) होना है। योनी के शुष्क होने के कारण महिलाओं को सेक्‍स के दौरान बहुत परेशानी होती है और वो अपने पार्टनर का पूरी तरह सहयोग नहीं कर पाती है। यही नहीं कभी-कभी वो सेक्‍स करने से भी इंकार कर देती हैं। यदि आपको ऐसी परेशानी है तो हम आपके लिए कुछ सुझाव लेकर आयें हैं जिसपर अमल कर आप इस समस्‍या से कुछ हद तक बच सकतें हैं।

ल्‍यूब्रीकेंट या वैसलीन का प्रयोग: यह एक बेहद ही पुराना और आसान तरीका है। योनी में सूखापन के कारण योनी के भीतर की त्‍वचा आपस में रगड़ होने से जलन पैदा करती है।  इस दौरान यदि आप सेक्‍स करती हैं तो यह आपके लिए और भी ज्‍यादा असहनीय हो जाता है। इसके लिए आप क्रीम या फिर जेल का प्रयोग कर सकती हैं। यह क्रीम या जेल आजकल बाजार में आसानी से उपलब्‍ध है। यदि आप तत्‍काल बाजार से इसे नहीं खरीद सकती हैं तो त्‍वरीत प्रभाव के लिए आप बॉडी लोशन का भी प्रयोग कर सकती हैं। सेक्‍स के दौरान इंटरकोर्स करने से पूर्व योनी के भीतर हल्‍के हाथों से बॉडी लोशन को लगायें और ध्‍यान रखें कि इसके पूर्व अपने हाथों को ठीक प्रकार से धुलना ना भूलें।

सेंटेड वॉश को दरकिनार करें: जैसा कि सभी जानतें हैं कि सेक्‍स के दौरान शरीर से आने वाली बेहतर खुश्‍बू सेक्‍स के प्‍लेजर को और भी बढ़ा देती है। इसके लिए कुछ महिलायें सेंटेड वॉश यानी की योनी के आस-पास सेंट का प्रयोग करती हैं। आपको बता दें कि भले ही यह आपके शरीर में खुश्‍बू का संचार करे लेकिन कभी-कभी यह नुकसानदेह भी होता है। सेंट में एल्‍कोहल का प्रयोग किया जाता है। जो कि योनी के त्‍वचा में जलन पैदा करता है। इसके अलावा नहाने के बाद टॉवेल का प्रयोग योनी पर हल्‍के हाथों से करें।

डी हाइड्रेशन से बचें: डी हाइड्रेशन का सीधा मतलब है कि आपके शरीर में पर्याप्‍त मात्रा में पानी नहीं हैं जितना की शरीर को आवयशक्‍ता है। शरीर में पर्याप्‍त मात्रा में पानी न होने के कारण पेशाब का बनना भी कम हो जाता है। जिससे योनी का खुश्‍क होना सामान्‍य सी बात है। जिसके कारण योनी में जलन होता है। तो कोशिश करें कि ज्‍यादा से ज्‍यादा मात्रा में पानी पीयें और फ्रूट जूस आदि का सेवन करें।

चिकित्‍सक से सलाह: यदि ऐसे घरेलु नुस्‍कों के बावजूद भी आपके योनी में जलन की समस्‍या खत्‍म नहीं हो रही है तो तत्‍काल चिकित्‍सक से इस बारें में परामर्श लेवें। यह कोई बड़ी समस्‍या नहीं हैं कई बार योनी में किसी तरह संक्रमण हो जाने के कारण भी योनी में जलन की समस्‍या सामने आती है। जो कि मामूली दवाओं आदि के सेवन से खत्‍म हो सकती है।

गर्भावस्था में कैसे करें संभोग : Sex Positions During Pregnancy

गर्भवती होने के बाद ज्‍यादातर महिलाएं अपने पति से दूर रहने की कोशिश करती हैं। वो सोचती हैं कि ऐसे समय में संभोग करने से बच्‍चे पर असर पड़ेगा। यही बात पति भी सोचते हैं। पति-पत्‍नी एक दूसरे से तब और दूरियां बना लेते हैं, जब प्रेगनेंसी टेस्‍ट पॉजिटिव होने पर डॉक्‍टर संभोग करने से मना कर देते हैं

लेकिन क्‍या हर व्‍यक्ति के लिए 9 महीने तक सेक्‍स नहीं करना आसान बात है? क्‍या गर्भावस्‍था के दौरान सेक्‍स करने से वाकई में बच्‍चे पर असर पड़ता है? क्‍या 9 महीने तक कतई संभोग नहीं करना चाहिए? इन सभी सवालों का हल आपको यहां मिलेगा।

सबसे पहले बात करते हैं डॉक्‍टर की सलाह की, जो संभोग करने से मना करते हैं। असल में डॉक्‍टर गर्भवती महिलाओं को संभोग के लिए सख्‍ती से तभी मना करते हैं, जब बच्‍चे में किसी प्रकार के कॉम्‍प्‍लीकेशंस हों। यदि बच्‍चे की ग्रोथ अच्‍छी है, तो तीन महीने पूरे होने पर सेक्‍स किया जा सकता है।

यहां पर यह तो साफ हो गया कि गर्भावस्‍था में संभोग कर सकते हैं, लेकिन यहां पर जरूरी है सावधानी। जी हां ऐसे समय में सेक्‍स के दौरान कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी होती हैं। उसका ध्‍यान पति को ज्‍यादा रखना पड़ता है, क्‍योंकि गर्भावस्‍था के दौरान अधिकांश महिलाओं में सेक्‍स करने की इच्‍छा तीव्र होती है।

गर्भावस्था के दौरान सेक्स करते समय पोजिशन का ध्‍यान रखना जरूरी होता है। कुछ पोजीशन (अवस्‍थाएं) ऐसी हैं, जिन्‍हें बनाकर सेक्‍स करने से बच्‍चे पर प्रभाव नहीं पड़ता।

पोजीशन-2: महिला पुरुष के ऊपर बैठ जाए। महिला का मुख या तो पुरूष के मुख की ओर हो या पैरों की ओर। इस पोजीशन पर सेक्‍स करने से गर्भवती महिला के शरीर पर अतिरिक्त भार नहीं पड़ता। ऐसी अवस्‍था में चुंबन लेते वक्‍त सावधानी बरतनी चाहिए, क्‍योंकि चुंबन लेते समय महिला का पेट दब सकता है।

पोजीशन-2: महिला पुरुष के ऊपर बैठ जाए। महिला का मुख या तो पुरूष के मुख की ओर हो या पैरों की ओर। इस पोजीशन पर सेक्‍स करने से गर्भवती महिला के शरीर पर अतिरिक्त भार नहीं पड़ता। ऐसी अवस्‍था में चुंबन लेते वक्‍त सावधानी बरतनी चाहिए, क्‍योंकि चुंबन लेते समय महिला का पेट दब सकता है।

पोजीशन-3: महिला पीठ के बल टखने मोड़कर लेट जाए। अपनी टांगें पुरूष के कंधे पर रख दे और सेक्‍स करें। इस पोजिशन में भी पेट पर दबाव नहीं पड़ता

पोजीशन-4: पुरुष किसी आरामदायक कुर्सी, बैड, आर्मचेयर आदि पर बैठे। उसके ऊपर महिला बैठ जाए और संभोग कर सेफ सेक्‍स किया जा सकता है।

पोजीशन-5: महिला अपनी तरफ सिकुड़कर लेट जाए। पुरूष पीछे लेटकर संभोग की क्रिया करे। इससे भी प्रेगनेंसी पर असर नहीं पड़ता। खास बात यह है कि इस पोजीशन में आठवें व नवें महीने तक संभोग किया जा सकता है।

Spoons : The woman lies comfortably on her side and the man enters her from behind, fitting his body closely to hers. This position puts no pressure on the woman's abdomen and is suitable for the most advanced stages of pregnancy. The man can cuddle up close and caress her breasts, while kissing her shoulders and the nape of her neck.

Leapfrog : The woman kneels on the bed with legs spread wide, and falls comfortably forwards as the man enters her from behind. He can then caress her back and control the depth of thrust. This position is ideal when the woman starts to feel uncomfortable with the man's weight pressing down on her and she wants to protect her belly from over-enthusiastic thrusting.

Astride : This is a good position for the middle months of pregnancy, when the missionary position has become uncomfortable, but the woman has quite a bit of energy for sex. She sits astride the man's lap and supports herself with her arms. He can help her as she moves up and down on top of him, taking control when she gets tired.