योनि और लिंग को मजबूत बनाने के लिये शुतुरमुर्गासन करें ?
योनि और लिंग को मजबूत बनाने के लिये शुतुरमुर्गासन करनी चाहिए। इससे स्त्री पुरूष दोनों को शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से फायदा होता है। यह स्त्री के ढीले योनि को कस कर टाइट एवं मजबूत बनाता है जिससे संभोग का पूरा लुफ्त वो उठा पाती हैं। इससे स्त्री की योनि मजबूत बनती है। कमरदर्द दूर होता है। गर्भाशय एवं पेट का शोधन होता है। मनोबल बढ़ता है। पुरुषों में शुतुरमुर्गासन को करने से हाथों के बल रहकर ज्यादा देर तक संभोग करने की शक्ति पैदा होती है और लिंग को स्त्री की योनि में प्रवेश कराने में भी आसानी होती है।
शुतुरमुर्गासन करने की विधि - शुतुरमुर्गासन को करने के लिए सबसे पहले सीधे खडे़ हो जाएं। अब आगे की ओर झुककर दोनों हाथों को जमीन पर टिका लें। इसके बाद पैरों की एड़ियों को उठाकर पैर के पंजों तथा हाथ की हथेलियों को जमीन से उठाकर सिर्फ उंगलियों को खोलकर जमीन से लगाकर रखें। अपने पूरे शरीर को पैर और हाथ की उंगलियों के आधार पर रखें। अंत में हाथों को जमीन पर रखकर धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठें।
योनि और लिंग को मजबूत बनाने के लिये शुतुरमुर्गासन करनी चाहिए। इससे स्त्री पुरूष दोनों को शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से फायदा होता है। यह स्त्री के ढीले योनि को कस कर टाइट एवं मजबूत बनाता है जिससे संभोग का पूरा लुफ्त वो उठा पाती हैं। इससे स्त्री की योनि मजबूत बनती है। कमरदर्द दूर होता है। गर्भाशय एवं पेट का शोधन होता है। मनोबल बढ़ता है। पुरुषों में शुतुरमुर्गासन को करने से हाथों के बल रहकर ज्यादा देर तक संभोग करने की शक्ति पैदा होती है और लिंग को स्त्री की योनि में प्रवेश कराने में भी आसानी होती है।
शुतुरमुर्गासन करने की विधि - शुतुरमुर्गासन को करने के लिए सबसे पहले सीधे खडे़ हो जाएं। अब आगे की ओर झुककर दोनों हाथों को जमीन पर टिका लें। इसके बाद पैरों की एड़ियों को उठाकर पैर के पंजों तथा हाथ की हथेलियों को जमीन से उठाकर सिर्फ उंगलियों को खोलकर जमीन से लगाकर रखें। अपने पूरे शरीर को पैर और हाथ की उंगलियों के आधार पर रखें। अंत में हाथों को जमीन पर रखकर धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठें।
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