किशोरों को सेक्स शिक्षा देना आजकल वक्त की जरूरत बन गया है। किशोरावस्था में ना सिर्फ हार्मोंन्स में बदलाव होता है, बल्कि शरीर में भी कई बदलाव आते हैं जिसकी वजह से किशोरों में सेक्स के प्रति रुचि बढ़ती है और वे इसके बारे में जानने का प्रयास करने लगते हैं। किशोरावस्था में सेक्स की सही शिक्षा मिलना बहुत जरूरी है। गलत सूचना व सही गाईडेन्स नहीं मिलने से यह आपके बच्चे के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
क्यों जरूरी है सेक्स शिक्षा
किशोरावस्था में बच्चों में सेक्स के प्रति कई सवाल होते हैं। टी.वी, इंटरनेट के जरिए उनके ये सवाल और बढ़ जाते हैं। किशोरावस्था में बच्चों में कई बदलाव होते हैं, ऐसे में जरूरी है कि उन्हें सेक्स शिक्षा अपने स्कूल व अभिभावक से मिलें। अगर आप बच्चों के सवालों के जवाब को टालने की कोशिश करेंगे तो वह इसकी जानकारी कहीं और से लेने की कोशिश करेंगे और हो सकता है कि उन्हेंब गलत व अधूरी जानकारी मिलें जो उसके लिए नुकसानदेह हो।
क्यों जरूरी है सेक्स शिक्षा
- बच्चों में सेक्स की सही शिक्षा हमेशा किशोरावस्था में अनचाहे गर्भ की समस्या से बचाती है।
- सेक्स शिक्षा से किशोरों को सुरक्षित यौन संबंध की जानकारी मिलती है जैसे कंडोम का प्रयोग।
- सेक्स शिक्षा से किशोरावस्था में अनचाहे गर्भ से बचाव के साथ इससे होने वाले खतरों से भी सुरक्षा होती है।
- सेक्स शिक्षा के जरिए बच्चों में सेक्स की समझ विकसित होती है। जब वे इस दौर से गुजरते हैं तो यही बातें उनके काम आती हैं।
- किशोरावस्था में सेक्स शिक्षा देने से बच्चों में इसके प्रति उत्सुकता कम हो जाती है जिससे उनमें सेक्स के प्रति देर से सक्रिय होने की संभावना बढ़ जाती है।
किशोरावस्था में बच्चों में सेक्स के प्रति कई सवाल होते हैं। टी.वी, इंटरनेट के जरिए उनके ये सवाल और बढ़ जाते हैं। किशोरावस्था में बच्चों में कई बदलाव होते हैं, ऐसे में जरूरी है कि उन्हें सेक्स शिक्षा अपने स्कूल व अभिभावक से मिलें। अगर आप बच्चों के सवालों के जवाब को टालने की कोशिश करेंगे तो वह इसकी जानकारी कहीं और से लेने की कोशिश करेंगे और हो सकता है कि उन्हेंब गलत व अधूरी जानकारी मिलें जो उसके लिए नुकसानदेह हो।
- किशोरावस्था में सेक्स शिक्षा देते समय बच्चों को एड्स व अन्य यौन रोगों के बारे में जरूर बताएं। साथ ही उन्हें इससे बचाव के तरीकों के बारे में भी बताएं।
- प्रत्येक टीचर व माता-पिता की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को सही जानकारी दें। और जो भी उनके पास गलत जानकारी हो उसे सुधारें।
- बच्चों को इस उम्र में सेक्स की सही शिक्षा देने से वे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहते हैं। इस उम्र में बच्चों को यह समझाने की जरूरत होती है कि सेक्स से पहले सावधानी बहुत जरूरी है।
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